Devotion
बाबा कहते हैं…सिर्फ़ अनुभव से ही प्रभु को जाना जा सकता है!
बाबा कहते हैं जैसे सर्दी गर्मी, भूख प्यास, शीतलता, उष्णता का कोई रूप रंग या आकार प्रकार नहीं होता है, उसे सिर्फ अनुभव से ही जाना जा सकता है, वैसे ही मालिक को भी इन चर्म चक्षुओं से नहीं बल्कि अनुभव से ही जाना जा सकता है। मालिक तो अपनी उपस्थिति का एहसास सबको करवाता ही है किंतु उसे जान वही पाता है जिसे वो जनाना चाहते हैं।
इसलिए मालिक से प्रार्थना करते रहना चाहिए कि मालिक मुझे इतनी योग्यता प्रदान करो कि मैं आपकी लीला को समझ सकूं। जीवन में चाहे जैसी परिस्थिति आए किंतु मैं कभी विचलित ना होने पाऊं। मेरा विश्वास सदैव ही आप में बना रहे, मेरा मन सदैव ही आपके चरणों की सेवा में लगा रहे, मेरी जिह्वा सदैव आपके नाम का स्मरण करती रहे और आपके अलावा मुझे कुछ भी नहीं चाहिए । बस आप ही आप !
श्री साईं सबका सदा ही कल्याण करें।।