नीब करौरी बाबा की अनंत कथाएँ: तब भी और आज भी अपने बनाए मंदिरों के संरक्षक हैं महाराज जी!
नैनीताल में श्री हनुमान जी का सुविख्यात मन्दिर जहाँ स्थित है, उस स्थान को वहाँ के नागरिक 'बजरंगगढ़' के नाम से पुकारते हैं परन्तु पूरा देश उस स्थान को हनुमानगढ़ी के नाम से जानता है। आधुनिक पीढ़ी 'बजरंगगढ़' नाम से प्रायः अपरिचित होती जा रही है। कुछ भी नाम हो पर पूज्यपाद नीबकरौरी बाबा का स्थापित किया हुआ यह मन्दिर, नैनीताल का धार्मिक केन्द्र है। दूर-दूर से आने वाले पर्यटक इस मन्दिर के दर्शन करने अवश्य जाते हैं।
मन्दिर में प्रवेश करते ही, भक्त को श्री अंजनीकुमार का विराट् विग्रह अपने तेज को बिखेरता हुआ ढक देता है। आगे चलने पर श्रीराम जी का मन्दिर दर्शनीय है। सबसे बाद में श्रीशंकर भगवान का मन्दिर है। यह मन्दिर नैनीताल में एक ऊँची पहाड़ी चोटी पर बसा हुआ इसी के आगे वेधशाला बनी हुई है; जहाँ खगोलशास्त्री अध्ययन करते है, बाबा जब तक सशरीर थे तब भी और आज भी वो ही अपने बनाए मंदिरों के संरक्षक हैं।
!! राम !!
-बी. एन. शर्मा/ मथुरा