नीब करोली बाबा की अनंत कथाएँ : हनुमान भक्तों का विशेष ध्यान रखते हैं महाराज जी
दोस्तों आज मैं अपना निजी अनुभव बाँट रहा हूँ। मेरे ससुर रमेश चन्द कौशिक को रुड़की में तीसरा हार्ट अटैक पड़ा थे वर्ष 2012 में । डॉक्टर विनय ने रात भर एडमिट रख के सुबह हाथ खड़े कर दिए । हम सुबह उन्हें हरिद्वार मेट्रो हॉस्पिटल ले गए। डाक्टर अभिलाष ने बचने की केवल 5% ही सम्भावना व्यक्त की और उन्हें बेहोशी के आलम में सी सी यु में एडमिट कर लिया । 5 दिन बाद उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिली व तीसरे हृदयाघात के बाद बाबा के आशीर्वाद से अभी भी कुशल हैं।
घर आने पर उन्होंने बताया कि 5 आदमी सी सी यु में उन्हें दिखाई दे रहे थे जो उन्हें बिस्तर से उठा कर साथ ले जाना चाह रहे थे , परन्तु एक बूढ़ा आदमी बार बार उनका हाथ खींच कर उन्हें वापिस बिस्तरे पर डाल देते थे । उनकी बात सुनकर सबने कहा कि कोई अच्छा पितर रहा होगा जिसने जान बचाई थी। मेरे ससुर साहेब सुंदर काण्ड को नित्य पढ़ते थे चाहे कोई भी परिस्थिति रही हो ।
मोदी जी जब अमेरिका दौरे पर गये तो मार्क जुकरबर्ग से मिले तो उसने बाबा जी के बारे में जब बताया तो टी वी पर वही प्रोग्राम आ रहा था जिसमे बाबा जी के चित्र दिखाये जा रहे थे ।
ससुर साहेब वह प्रोग्राम देख रहे थे , जैसे ही उन्होंने बाबा जी को देखा तो तुरंत हल्ला मचा कर पूरे घर वालों को बुला कर बोले कि ये बूढ़ा आदमी बिलकुल वही है जिसने मुझे सीसीयू में उन आदमियों से छुड़वाया था।
हनुमान भक्तों का विशेष ध्यान रखते है बाबा जी । वो आज भी हमारे बीच उपस्थित है।