नीब करौरी बाबा की अनंत कथाएँ: आख़िर रेल गाड़ी बढ़े तो बढ़े कैसे...

नीब करौरी बाबा की अनंत कथाएँ: आख़िर रेल गाड़ी बढ़े तो बढ़े कैसे...

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भोजीपूरा जंक्शन में लखनऊ की और गाडी जाने हेतु सिग्नल हो चुका था ! गार्ड ने हरी झण्डी दिखा सीटी पर सीटी बजाना शुरू कर दिया ! ड्राईवर ने काफी कोशिश कर ली कि गाडी आगे बढे पर गाड़ी चलने का नाम नही ले रही थी ! तब ट्रेन पर सवार बाबा जी से उनके भक्तो ने पूछा कि रेल गाड़ी आगे क्यूँ नही बढ रही है आगे !

निरपेक्ष भाव से बाबा जी ने कहा: " हमारा एक भक्त हमारे दर्शन को आ रहा है ! हमने उसे यहाँ मिलने को कहा है !" तभी ४-५ मिनट बाद एक व्यक्ति बाबा जी को खोजते हूये फर्स्ट क्लास के डिब्बे के पास पहुँच गया ! उसने बाबा जी को प्रणाम किया ! कुछ कहा और कुछ सुना ! तब उसे आशीष देकर बाबा ने उन्हें जैसे ही विदा किया, ट्रेन चल पड़ी !

-- अलौकिक यथार्थ

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