नीब करौरी बाबा की अनंत कथाएँ: जब एक छोटी बच्ची ने महाराज जी के सीने पर राम सीता देखे

नीब करौरी बाबा की अनंत कथाएँ: जब एक छोटी बच्ची ने महाराज जी के सीने पर राम सीता देखे

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रामायण के पाठ में लीन बाबा हनुमानगढ़ में बैठे थे।कई महिला भक्त भी मनमोहक पाठ में लीन, आंखें बंद करके बैठी थीं।पांच साल की एक बच्ची बाबा के सामने बैठी थी, बिना पलक झपकाए उन्हें देख वह लड़की वेदना से रो पड़ी।सबने उसकी तरफ देखा। बाबा ने फौरन उसे उठाया, अपनी गोद में बिठाया और उसे शांत किया।

बाद में, जब महिलाएं घर जा रही थीं, तो उन्होंने उससे पूछा कि वह इतनी जोर से क्यों रोई थी। उसने कहा, "मैं नहीं कह सकती ! मैंने वहां महाराजजी की छाती के अंदर राम और सीता को देखा।इसके बाद उन्होंने सीता जी और राम जी के पहनावे और वह कैसे दिखते थे, इसका वर्णन किया।

~द डिवाइन रियलिटी

Baba was sitting at Hanumangarh, absorbed in the recitation of the Ramayana. Many women devotees were also sitting there with their eyes closed, engrossed in the melodious recitation.

A five-year-old girl was sitting in front of Baba, looking at him without blinking, the girl cried out in anguish. Everyone looked at her. Baba at once picked her up, put her on his lap, and soothed her.

Later, while the women were going home, they asked her why she had cried out so loudly. She said, “I can’t say! I just saw Ram and Sita there inside Maharajji’s chest.” She then proceeded to describe the garments Sita wore and how they looked.

~The Divine Reality

(Contributed by Ravindra Singh/Jodhpur)

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