Experiences
नीब करोली बाबा की अनंत कथाएँ: ईसा मसीह के बारे में व्याख्यान
एक बार एक लड़के ने बाबा से पूछा, "महाराजजी क्या ईसा मसीह को सचमुच कभी क्रोध आया था ?" ये बात सुनते ही महाराज जी की आँखों में आँसू आ गये । 'वे अपनी कोहनी पर झुके और तीन बार वक्षस्थल थपथपाया। आँसू लगातार बहते रहे। थोड़ी देर वहाँ सन्नाटा छा गया ।
महाराज जी ने ईसा की सत्यता का बोध हर व्यक्ति को करा दिया, वे बोले" "ईसा को कभी ग़ुस्सा नहीं आया । जब उन्हें सूली पर चढ़ाया तो प्रेम की अनुभूति हूई ।उन्हें किसी चीज़ से मोह नहीं था। यहाँ तक कि उन्होंने अपना शरीर भी दे दिया ।" उस समय बाबा के पास बैठा हर कोई रोने लगा ।
फिर एकाएक महाराजजी बैठ गये और कहने लगे ," बुद्ध ने कहा है कि आँख की पलक झपकने मात्र से ही आदमी का मन लाखों मील दूर जा सकता है ।" महाराजजी सन्तों का बहुत आदर करते थे ।
जय गुरूदेव
रहस्यदर्शी
श्री नीब करौरी बाबा