मायावती के भतीजे आकाश हरियाणा में चौपाल लगा कर करेंगे प्रचार, पहली चौपाल 18 सितंबर को हरियाणा के जगाधरी में होगी
लखनऊ, 17 सितंबर (TNA) बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की मुखिया मायावती के उतराधिकारी और भतीजे आकाश आनंद 18 सितंबर को हरियाणा में चुनाव प्रचार करते हुए दिखाई देंगे. उनका चुनाव प्रचार पार्टी प्रमुख मायावती से अलग होगा. आकाश हरियाणा में बड़ी चुनावी जनसभा करने की जगह एक दिन में दो तीन चौपाल लगाकर पार्टी उम्मीदवार को जिताने की लोगों से अपील करेंगे. आकाश की चौपाल हरियाणा के गांवों के चबूतरों, खेतों और बागों में लगेंगी, ताकि वोटरों से सीधा संवाद हो सके. जबकि बसपा प्रमुख मायावती हरियाणा में चार बड़ी जनसभाओं को संबोधित करेंगी. बसपा प्रमुख मायावती की पहली जनसभा 25 सितंबर को होगी.
आकाश और मायावती का चुनाव प्रचार
बसपा नेताओं के पार्टी पार्टी के नेशनल कोआर्डिटनेटर आकाश आनंद की 18 सितंबर से हरियाणा के जगाधरी गांव में पहली चौपाल होगी. इसके बाद 19 सितंबर को सढ़ौरा और रादौर विधानसभा क्षेत्र में, फिर 20 सितंबर को असंध और इंद्री में गांव में, 21 सितंबर को कलायत और रादौर में गांव में , 22 सितंबर को अटेली और सोहना में गांव में, इसी गांव की बाग में भी एक चौपाल को आकाश संबोधित करेंगे. इसी तरह 23 सितंबर को आकाश फिर सोहना के एक बड़े खेत में और कस्बे में चौपाल लगाएंगे. 24 और 25 सितंबर को वह पार्टी प्रमुख मायावती की चुनावी जनसभा की तैयारी में व्यस्त रहेंगे.
आकाश आनंद की ये योजना यूपी में राहुल गांधी द्वारा की गई खाट पंचायत से प्रेरित है. आकाश को लगता है कि लोगों तक अपनी बात पहुंचाने में राहुल गांधी की खाट पंचायत भले ही फेल हो गई को लेकिन उनका चौपाल फेल नहीं होगी.
मायावती 25 सितंबर को चौधरी देवीलाल की जयंती पर इनेलो के साथ संयुक्त सभा से चुनाव प्रचार शुरू करेंगी. उसके बाद 27 सितंबर को वह फरीदाबाद में, 30 सितंबर को असंध में और एक अक्टूबर को जगाधरी में सभाएं करेंगी. मायावती के इस चुनावी कार्यक्रम के बीच 28 सितंबर को आकाश सढ़ोरा और रादौर में चौपाल लगाएंगे. इसके बाद वह 2 अक्टूबर को अटेली में और तीन अक्टूबर को नारनौद में पूरे दिन की चौपाल कई चौपालों को संबोधित करेंगे. बसपा इस बार हरियाणा में इनेलो के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ रही हैं. इस गठबंधन के तहत बसपा ने 37 और इनेलो ने 53 सीटों पर प्रत्याशी खड़े किए हैं.
जनसभा की जगह चौपाल ही क्यों?
चुनाव प्रचार की लिए अमूमन बड़े नेता जनसभा को संबोधित करते हैं. रोडशो के जरिए भी अब चुनाव प्रचार बड़े नेता करने लगे हैं. इसके अलावा पार्टी के स्थानीय नेता लोगों के घर-घर जाकर पार्टी की नीतियों के बारे एंन लोगों को बताते हैं, लेकिन बड़े नेता चुनाव प्रचार में गांव-गांव जाने से परहेज करते हैं. ऐसे अब आकाश आनंद ने चौपाल लगाकर चुनाव प्रचार करने का प्रयोग फैसला किया है.
आकाश आनंद की ये योजना यूपी में राहुल गांधी द्वारा की गई खाट पंचायत से प्रेरित है. आकाश को लगता है कि लोगों तक अपनी बात पहुंचाने में राहुल गांधी की खाट पंचायत भले ही फेल हो गई को लेकिन उनका चौपाल फेल नहीं होगी.
इसकी वजह यह है कि जिस तरह आकाश आनंद लोगों से सवाल-जवाब के जरिए कनेक्ट करते हैं, वह शैली बड़ी-बड़ी सभाओं में उतनी कारगर नहीं है. आकाश को लगता है कि छोटी-छोटी चौपालों के जरिए लोगों को सीधे तौर पर ज्यादा अच्छी तरह कनेक्ट किया जा सकेगा. इसी सोच के तहत उनकी चुनाव प्रचार टीम ने हरियाणा में आकाश की चौपाल की नई रणनीति तैयार की है.
पार्टी में चुनाव प्रचार का यह नया प्रयोग है. इसके पहले आकाश ने मध्य प्रदेश और राजस्थान में राहुल गांधी की तर्ज पर रोड शो किए थे. बीते लोकसभा चुनावों में उन्होंने यूपी के कई जिलों में बड़ी सभाएं भी की थी. अब अपनी इस प्रचार शैली में उन्होने बदलाव करते हुए बड़ी सभाओं की बजाय छोटी-छोटी चौपाल लगाने की रणनीति तैयार की है और इस रणनीति के तहत उनकी पहली चौपाल बुधवार 18 सितंबर को हरियाणा में होगी.
— राजेंद्र कुमार