यूपी में महिलाओं के लिए योगी का ‘शक्ति दीदी प्रोजेक्ट’, सूबे की नौ करोड़ महिला मतदाताओं को भाजपा से जोड़ेने की कवायद

यूपी में महिलाओं के लिए योगी का ‘शक्ति दीदी प्रोजेक्ट’, सूबे की नौ करोड़ महिला मतदाताओं को भाजपा से जोड़ेने की कवायद

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लखनऊ, सितंबर 27 (TNA) उत्तर प्रदेश में महिला मतदाताओं को भारतीय जनता पार्टी के साथ जोड़ना अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की शीर्ष प्राथमिकता शामिल हो गया है. बीते दिनों राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के सरसंघचालक मोहन भागवत के साथ हुई करीब एक घंटे के वार्ता के बाद अब राज्य में महिला सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन के लिए योगी सरकार 'मिशन शक्ति' अभियान का नया चरण अक्टूबर में शारदीय नवरात्र से शुरू करेगी.

सूबे में इस अभियान के तहत महिलाओं की सुरक्षा और उन्हे आपात परिस्थितियों में मदद के प्रबंध की जानकारी तो मिलेगी ही, केंद्र व राज्य सरकार की अलग-अलग कल्याणकारी योजनाओं से जुड़ने का अवसर भी मिलेगा. इसके साथ ही सीएम योगी की पहल पर पहल पर मिशन शक्ति के तहत 'शक्ति दीदी प्रोजेक्ट' को प्रदेश के हर जिले में चलाया जाएगा.

सरकार और पुलिस की मददगार बनेगी महिलाएं

शक्ति दीदी प्रोजेक्ट का शुभारम्भ इसी माह हुआ है. इसके संचालन के लिए गत 5 सितंबर से 21 सितंबर तक प्रदेश के 7 कमिश्नरेट और 68 जनपदों के पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों का एक दिवसीय प्रशिक्षण (प्रशिक्षकों का प्रशिक्षण) कार्यक्रम आयोजित कर महिलाओं को प्रशिक्षित किया है. गृह विभाग के अधिकारियों के अनुसार, प्रशिक्षित महिला अधिकारी और महिला कर्मी अपने-अपने कमिश्नरेट और जनपदों में जाकर मास्टर ट्रेनर के रूप में महिला बीट पुलिस अधिकारियों (शक्ति दीदी) को प्रशिक्षित करेंगी. इसके बाद नवरात्रि से विधिवत अभियान संचालित होगा.

वर्तमान में महिला बीट अधिकारी द्वारा महिला बीट क्षेत्र में भ्रमण करते हुए चौपाल का आयोजन, महिलाओं को व्हाट्सएप के माध्यम से जोड़ने, विभिन्न हेल्प लाइन नम्बर, महिला हेल्पडेस्क और अलग-अलग सरकारी कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी देने की कार्यवाही की जा रही है. सादे कपड़ो में तैनात पुलिस द्वारा सार्वजनिक स्थानों पर छेड़खानी करने वालों पर कार्यवाही भी हो रही है तो यौन अपराध की पीड़िताओं की आवश्यकतानुसार काउन्सलिंग भी की जा रही है.

सीएम योगी की पहल से शुरू किए जा रहे अभियान के इस नए चरण के केंद्र में 'शक्ति दीदी' के रूप में महिला बीट अधिकारी होंगी, जिनके साथ स्वास्थ्य, राजस्व, महिला एवं बाल विकास सहित विभिन्न विभागों के स्थानीय कार्मिक उपस्थित होंगे ताकि मौके पर ही योजनाओं से वंचित पात्र महिलाओं को योजनाओं से लाभान्वित किया जा सके.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशानुसार हर सप्ताह एक नियत दिन 'शक्ति दीदी' (महिला बीट अधिकारी) के साथ आशा, एएनएम, रोजगार सेवक, लेखपाल, आंगनबाड़ी कर्मचारी आदि गांव में महिलाओं के साथ संवाद करेंगे. महिला बीट अधिकारी द्वारा महिलाओं को उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए मुख्यमंत्री द्वारा किए गए प्रबंधों के बारे में जानकारी देंगी तो आपात परिस्थितियों में उपयोगी 112, 108, 1090, 181 जैसी हेल्पलाइन सेवाओं के बारे में भी जागरूक करेंगी. वहीं अन्य विभागीय कार्मिक विभिन्न योजनाओं के लिए पात्र, किंतु अब तक वंचित महिलाओं को योजनाओं का लाभ दिलाएंगे.

महिलाओं से सीधे कनेक्ट करने की योजना

केंद्र सरकार द्वारा पारित किए गए महिला आरक्षण विधेयक के बाद यूपी में योगी सरकार की 'शक्ति दीदी' प्रोजेक्ट महिलाओं से सीधे कनेक्ट कराने की अब तक की सबसे बड़ी योजना है. अगर यह योजना अपने लक्ष्य में कामयाब हुई तो लोकसभा चुनाव से पहले महिलाओं के बीच सत्तारूढ़ दल की पकड़ मजबूत होगी. यही नहीं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) ने भी यूपी में महिलाओं को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और आरएसएस से जोड़ने के लिए महिलाओं से जुड़ी समस्याओं को उठाने का फैसला किया है.

इस संबंध में आरएसएस के सरसंघचालक मोहन भागवत ने बीते दिनों निर्देश भी दिये हैं. उनके इस निर्देश के बाद ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महिला सशक्तिकरण की दिशा में महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए सभी पुलिस कमिश्नरों और कप्तानों को निर्देश दिए हैं कि हर जिला और कमिश्नरेट में महिला थाना प्रभारी के अतिरिक्त एक अन्य थाने का प्रभार भी महिला पुलिस अधिकारी को दिया जाए. सरकार के ये फैसले सूबे की नौ करोड़ महिलाओं को भाजपा से जोड़ने की कवायद बताई जा रही है.

— राजेंद्र कुमार

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