दलितों पर हो रहे अत्याचार पर आम आदमी पार्टी कार्यकर्ताओं ने परिवर्तन चौक पर योगी सरकार के खिलाफ किया प्रदर्शन
लखनऊ || उत्तर प्रदेश में योगी सरकार लगातार जाति के नाम पर राजनीति कर रही है। एक तरफ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कहते है 'सबका साथ सबका विकास'। वहीं जब किसी दलित की बेटी पर कोई अत्याचार होता है तो योगी सरकार चुप्पी साध लेते है। हाथरस कांड में पीड़िता के साथ हुए अन्याय के विरोध में गाजियाबाद में बाल्मीकि समाज के करीब 250 लोगों ने हिन्दू धर्म छोड़कर बौद्ध धर्म अपना लिया है। आम आदमी पार्टी ने गुरुवार को लखनऊ के परिवर्तन चौक पर योगी सरकार के हाथरस में अमानवीय कृत्य एवं उत्तर प्रदेश में दलितों के ऊपर हो रहे अत्याचार के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया।
प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिये पुलिस ने बल प्रयोग किया और कई कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी भी की गई| इस दौरान प्रदेश सह प्रभारी नदीम अशरफ जायसी ने कहा कि उत्तर-प्रदेश की योगी सरकार दलित विरोधी है। योगी सरकार के राज में दलितों की आवाज को दबाया जा रहा है, उनके अधिकारों को कुचला जा रहा है। जिसकी वजह से दलित बेटियों को न्याय नहीं मिल रहा है। आज़ादी के बाद पहली बार उत्तर प्रदेश में ऐसी सरकार देखी है जिसने पिछडों, दलितों, अल्पसंख्यों और ब्राह्मणो का विश्वास अपनी जातिगत राजनीति के कारण खोना पड़ रहा है।
वहीं एससी-एसटी प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष महेश बाल्मीकि ने कहा कि हाथरस की घटना में जिस बेशर्मी और बेरहमी के साथ सरकार और पूरा प्रसाशनिक बलात्कारियों को बचाने में लगी हुई, इससे देश के दलित समाज के मन में ये बात पैदा कर उनके उस विश्वास को और मजबूर कर दिया की भाजपा और योगी के राज में दलितों का सम्मान नहीं है और भाजपा दलित विरोधी मानसिकता वाली पार्टी है।
योगी सरकार से न्याय की उम्मीद खो चुके गाजियाबाद करहेड़ा गांव में बाल्मीकि समाज के लगभग 250 लोगों ने हिंदू धर्म का त्याग दिया। उन्होंने यह कदम उस दुःख और पीड़ा के चलते उठाया जिसमे हाथरस जैसी घटना में उनके समाज का मानमर्दन किया गया। उनका ये कदम एक बहुत करारा तमाचा है योगी आदित्यनाथ की सरकार के मुँह पर।
योगी सरकार के खिलाफ हो रहे प्रदर्शन में नदीम अशरफ जायसी (प्रदेश सह प्रभारी), इमरान लतीफ (प्रदेश उपाध्यक्ष), विनय पटेल (प्रदेश सचिव), तुषार श्रीवास्तव (प्रदेश सचिव), बंसराज दुबे (छात्र विंग प्रदेश अध्यक्ष), नीलम यादव (महिला विंग अध्यक्ष) असद अब्बास (अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ प्रदेश सचिव), पारुल चंद्रा, प्रितपाल सिंह सलूजा (प्रदेश उपाध्यक्ष), ब्रजेश तिवारी, ललित बाल्मीकि, अफरोज आलम, पंकज यादव, कमर अब्बास, आकाश मिश्रा, माजिद अली, दिलावर, सुभाषिनी मिश्रा, मोहम्मद शादाब, इरम रिजवी, महबूब आदि मौजूद रहे।