बाराबंकी के स्वामी रामज्ञान हुए पंचतत्व में विलीन, भक्तों ने दी अश्रुपूर्ण विदायी
बाराबंकी।। जनपद की महान विभूति श्री राम वन कुर आश्रम के पूज्य स्वामी रामज्ञान दास जी महाराज आज बुधवार को पंचतत्व में विलीन हो गये। देश व प्रदेश के कोने-कोने से आये हुए भक्तों ने स्वामी जी को अश्रुपूर्ण भावभीनी विदाई दी। स्वामी रामज्ञान दास का जन्म बाराबंकी के सफदरगंज में हुआ था।
अपने गुरु बाबा बद्रीदास (जंगली बाबा) के सानिध्य में दो बाल मित्र रामदास व रामज्ञान दास बचपन में हाई सन्यास धारण कर लिया था। देश में दोनों लोगों की ख्याति बढ़ने के बाद अपनी मिट्टी का कर्ज चुकाने के लिए जिले की स्वास्थ्य व शिक्षा की दुर्दशा को देखते हुए गरीब असहाय अशिक्षित लोगों के लिए आश्रम में निःशुल्क अस्पताल व स्कूल 40 वर्ष पहले शुरू किया।
प्रदेश के 15 जिले के गरीब लोग यहां पर नेत्र, हार्निया, हाइड्रोशील, पाइल्स व यूट्रेस का आपरेशन कराने जनवरी में आते थे। आपरेशन करने के लिए महाराज जी के फालोवर सेवाभावी डाक्टर अपनी निःशुल्क सेवा आश्रम पर देते थे। सारा प्रबन्ध स्वामी रामज्ञान दास निःशुल्क करते थे अब तक लाखों लोगों को यहाँ से लाभ मिला है। आज समाजवादी पार्टी के अरविन्द सिंह गोप, राम गोपाल रावत, डॉ० कुलदीप सिहं भी श्रद्धांजली देने पहुँचे।