नामांकन न होने पर सपा के पूर्व मंत्री ने दी आत्महत्या करने की धमकी, तहसील में धरने पर बैठे
मैनपुरी ।। यूं तो उत्तर प्रदेश सरकार पूरे प्रदेश में भ्रष्टाचार मिटाने की बात करती है लेकिन उत्तर प्रदेश सरकार के कारनामे जनता के सामने आए दिन देखने को मिलते रहते हैं। उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी छोटे से छोटा चुनाव जीतना चाहती है।
जिसके चलते वह अपने अधीनस्थ प्रशासनिक अधिकारियों और कर्मचारियों पर शिकंजा कसते हुए सभी को गुलाम बनाते हुए संविधान की धज्जियां उड़ाते हुए दिख रही है, ऐसा कहना है विपक्षी समाजवादी पार्टी का।
इसका जीता जागता सबूत बुधवार को जनपद मैनपुरी के तहसील भोगांव में देखने को मिला। जहां आज पूरे उत्तर प्रदेश में सहकारी ग्रामीण विकास बैंक में अध्यक्ष पद के लिए नामांकन होना था।विपक्षियों का आरोप है की उसमें आबकारी विभाग के कैबिनेट मंत्री राम नरेश अग्निहोत्री के चहेते अरुण कुमार का तहसील भोगांव में तहसीलदार कमल कुमार ने नामांकन कर लिया।
इसके बाद आरोप है कि वो तत्काल तहसील परिसर से गायब हो गए। जो समय रहते 4 बजे तक तहसील वापस नहीं पहुंचे। नामांकन कराने पहुंचे सपा नेता और पूर्व पैक्सफेड चेयरमैन तोताराम यादव को तो उनको नामांकन पत्र नहीं दिया गया।
भोगांव तहसील में मीडिया के पहुंचने पर तोताराम यादव ने मीडिया के सामने आत्महत्या करने की धमकी दे डाली और धरने पर बैठ गए।
इससे प्रशासन के हाथ-पैर फूल गए। जिससे तहसीलदार के अधीनस्थ कर्मचारी ने हड़बड़ी में ₹500 की रसीद काटकर प्रपत्र दे दिया लेकिन समय रहते तहसीलदार मौजूद नहीं रहे तो उनका नामांकन जमा नहीं किया गया। थक हार कर 4:30 बजे के लगभग जब तहसीलदार तहसील परिसर में पहुंचे तो उन्होंने उनके कार्यालय में अपना नामांकन पत्र कार्यालय में छोड़ कर चले आए।
--मनीष मिश्रा/मैनपुरी