उत्तर प्रदेश में बढ़ रही है सोने की तस्करी, हर माह अवैध तरीके से लाया जा रहा 550 किलो सोना!
लखनऊ, अगस्त 10 (TNA) यूपी में तस्करी का सोने लाए जाने की घटनाओं में लगातार इजाफा हो रहा है। कोलकाता सहित कई बड़े शहरों से यूपी में सोना लाया जा रहा है। सराफा कारोबारी अपने कोरियर (भाड़े के लोग) के जरिए यूपी के कई शहरों में तस्करी का सोना ला रहे हैं। सूबे की खुफिया एजेंसियों के मुताबिक कोलकाता, मुंबई जैसे कई बड़े शहरों से यूपी के मिर्जापुर और मुगलसराय, आगरा के रास्ते तस्करी का सोना लाया जा रहा है।
इस रास्ते से हर माह करीब 250 किलों सोना लाए जाने की बात खुफिया के अफसर मान रहे हैं। इनका कहना है कि अन्य रास्तों से भी यूपी में सोना लाया जा रहा है और कुल मिलाकर राज्य में हर माह अवैध तरीके से 550 किलो सोना लाया जा रहा है जिसे पकड़े के लिए अब सक्रियता बढ़ाई गई है।
बीते माह राजस्व खुफिया महानिदेशालय (डीआरई) मुंबई की सूचना पर इंदौर से आया एक जैन नाम के कोरियर पकड़ा गया। इससे मिली जानकारी से यूपी में तस्करी का सोना लाने का कार्य करने वाले सिंडिकेट के सक्रिय होने का पता चला। यह भी पता चला कि कोलकाता, मुंबई, गुजरात और चीन तथा नेपाल से तस्करी कर सोना यहां लाया जा रहा है, जिसके बाद इस खेल में शामिल कई सफेदपोश सराफा कारोबारियों को चिन्हित किया गया है। करीब 76 कारोबारी जांच एजेंसी के रडार पर हैं। इनमें से सबसे ज्यादा कारोबारी, कानपुर, लखनऊ, वाराणसी और गाजियाबाद के हैं।
जांच एजेंसियों के अधिकारियों का कहना है कि देश और प्रदेश में सबसे ज्यादा तस्करी का सोना नेपाल के रास्ते लाया जा रहा। चीन से म्यांमार के रास्ते भी सोना लाया जा रहा है। चीन के मांडले-कलेवा मार्ग से भारत और म्यांमार सीमा पर सोना लाए जाने की सूचना मिली है। जिसे मणिपुर, मिजोरम व नागालैंड के दुर्गम इलाकों से सोना भारत पहुंचता है। उसके बाद सड़क मार्ग से सोने का एक बड़ा हिस्सा यूपी पहुंचाया जाता है। सोना लाने के लिए कोरियर ट्रेन और सड़क दोनों मार्ग का इस्तेमाल करते हैं। इन कुरिअर्स के जरिए ही सिडीकेट के कारोबारी कानपुर, लखनऊ, वाराणसी और गाजियाबाद में 80 फीसदी सोना खपा रहे हैं।
मुनाफा बढ़ा तो तस्करी में तेजी आई
खुफिया एजेंसियों के अधिकारियों का कहा है कि सोने पर आयात शुल्क, सेस व जीएसटी मिलाकर लगभग 17 फीसदी टैक्स है। एक किलो सोना करीब 62 लाख रुपये का है। इस पर टैक्स करीब 10 लाख है। एक किलो सोने की तस्करी के जरिए मांगने वाले को करीब छह लाख रुपये की बचत होती हैं, जिसके चलते राज्य में सोने की तस्करी बढ़ रही है। इस पर अंकुश लगाने के लिए कई सर्राफा कारोबारियों पर खुफिया एजेंसियों ने निगाह जमाई हुई है। अफसरों का दावा है कि जल्दी ही इस सिंडीकेट में शामिल बड़े लोगों को दबोचा जाएगा।
— राजेंद्र कुमार