चुनावी हार से गड़बड़ाए ओम प्रकाश और दारा को मंत्री बनने के समीकरण, करना होगा इंतजार
लखनऊ, सितंबर 9 (TNA) उत्तर प्रदेश में घोसी विधानसीट के लिए हुए उपचुनाव में समाजवादी पार्टी (सपा) के उम्मीदवार सुधाकर सिंह की जीत से योगी सरकार में कई दलों के नेताओं का मंत्री बनने का समीकरण गड़बड़ा गया है. उपचुनाव शुरू होने के पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और उसके सहयोगी दलों के नेता यह दावा कर रहे थे कि चुनाव का रिजल्ट आने के बाद योगी सरकार के मंत्रिमंडल का विस्तार किया जाएगा.
और उस विस्तार में उन्हे भी मंत्री बनाया जाएगा, लेकिन उपचुनाव में भाजपा के उम्मीदवार दारा सिंह चौहान 42 हजार से अधिक वोटों से हार गए. परिणाम स्वरूप भाजपा के सहयोगी दल के नेता ओम प्रकाश राजभर सहित कई नेताओं के मंत्री बनाने की राह कठिन हो गई क्योंकि भाजपा में अब चुनावी हार के कारणों की समीक्षा के बाद ही योगी सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार पर निर्णय लिया जाएगा.
भाजपा नेताओं के इस फैसले पर सपा मुखिया अखिलेश यादव ने तंज़ किया है. अखिलेश यादव का कहना है कि घोसी विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव में जीते तो एक विधायक हैं पर हारे कई दलों के भावी मंत्री हैं. अखिलेश यादव का उनका इशारा ओम प्रकाश राजभर और दारा सिंह चौहान की तरफ था. नाम तो उन्होंने इन दोनों नेताओं का नहीं लिया पर इशारा ही काफी है.
समझने वाले तो समझ ही रहे हैं कि अखिलेश यादव ने यह किस नेता के मंत्री बनाने के गड़बड़ा गए समीकरण की तरफ इशारा किया है. ओम प्रकाश राजभर और दारा सिंह चौहान कुछ समय पहले तक अखिलेश यादव की कोर कमेटी के मेंबर हुआ करते थे. सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के मुखिया ओम प्रकाश राजभर तो बीते विधानसभा चुनावों में अखिलेश यादव को मुख्यमंत्री बनाने की कसमें खाया करते थे.
लेकिन बाद में भाजपा के साथ योगी सरकार में मंत्री बनाने की अपनी इच्छा के चलते उन्होने अखिलेश यादव से नाता तोड़ लिया. उनकी ही तरह सपा के टिकट पर बीते विधानसभा चुनावों में घोसी सीट से विधायक बने दारा सिंह चौहान ने भी अखिलेश यादव से दूरी बनाते हुए भाजपा का दामन थाम लिया. तो भाजपा नेताओं ने दावा किया कि जल्दी ही यह दोनों नेता योगी सरकार में मंत्री बनाए जाएंगे. खुद ओम प्रकाश राजभर का भी यही दावा था.
हार से गड़बड़ाया राजभर-चौहान का प्लान
यही वजह थी कि घोसी के चुनाव को सुहेलदेव समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने अपना चुनाव बना लिया था और वह भाजपा के दारा सिंह चौहान को जीतने के लिए ज़ोरशोर से जुट गए. घोसी सीट पर राजभर और चौहान मिल कर एक लाख से भी अधिक वोटर थे इसके बाद भी दारा सिंह चौहान चुनाव हार गए. ऐसे में अब ओम प्रकाश राजभर और दारा सिंह चौहान के योगी सरकार में मंत्री बनाने की संभावनाओं पर ग्रहण लग गया है. अब राजभर और दारा सिंह के गड़बड़ा गए हिसाब-किताब को लेकर तरफ तरह की चर्चा हो रही हैं.
यह दोनों नेता उम्मीद लगाए बैठे थे कि घोसी का चुनाव होते ही उन्हें मंत्री पद की शपथ दिलाई जाएगी. ओम प्रकाश राजभर को तो लग रहा था वह हर हाल में मंत्री बनेंगे. योगी की पहली सरकार में वे पिछड़ा वर्ग और विकलांग कल्याण मंत्री थे. इस बार उनकी नजर किसी बड़े विभाग पर थी. पर अब तो सारा गणित ही गड़बड़ा गया है.
सुहेलदेव समाज पार्टी के यूपी में छह विधायक हैं. इसके बाद भी उनको मंत्री बनाने में अब समय लगेगा. अब कहा जा रहा है कि उन्हें मंत्री बनाया जाएगा या नहीं? ये फैसला अब लोकसभा चुनाव के बाद हो सकता है. ऐसे में अब इन दोनों नेताओं के सामने इंतजार करने के अलावा कोई चारा नहीं है. क्योंकि अब अगर भाजपा ने उन्हे मंत्री नहीं बनाया तो दोनों किस लायक नहीं रहेंगे. इसलिए अब वह भाजपा के भरोसे मंत्री बनने के इंतजार में रहेंगे.
— राजेंद्र कुमार