नंद गोपाल नंदी ने सपा की हालिया चुनावों में हार पर ली चुटकी, अखिलेश की पंक्चर हुई साइकिल पर कसा व्यंग!
लखनऊ, दिसंबर 5 (TNA) हाल ही में हुए देश के पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनावों के परिप्रेक्ष में मध्य प्रदेश में सपा समेत अन्य पार्टियों की करारी हार पर उत्तर प्रदेश सरकार में औद्योगिक विकास, निर्यात प्रोत्साहन, एनआरआई, निवेश प्रोत्साहन मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता “नन्दी” ने मंगलवार को सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर तीखा हमला बोला।
मंत्री नन्द गोपाल “नन्दी” ने कहा कि अखिलेश यादव ने मध्य प्रदेश के विधानसभा चुनाव के प्रचार में पूरी ताकत लगा दी थी और उन्होंने 6 दिनों तक ताबड़तोड़ प्रचार किया था। इस दौरान उन्होंने कुल 24 रैलियां भी की थीं। इसके अलावा रोड और रथ यात्रा भी मतदाताओं को रिझाने के लिए की थीं । अखिलेश यादव के अलावा उनकी पत्नी और मैनपुरी की सांसद डिंपल यादव ने भी कई विधानसभा क्षेत्रों में रैलियां कीं। अखिलेश यादव रैलियों में यह भी बोला करते थे की ऐसा कभी नहीं हुआ है की सपा का मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में खाता ना खुला हो, पर मोदी जी हैं, तो यह भी मुमकिन है।
परिणाम यह आया कि सपा को मध्य प्रदेश के चुनाव में बड़ा झटका लगा है, जहाँ उसे नोटा से भी कम वोट मिले हैं। इस बार उसे सिर्फ 0.46 फीसदी वोट मिले हैं। जबकि नोटा को सपा के दोगुनी यानी 0.98 फीसदी वोट मिले हैं। सपा ने मध्य प्रदेश में कुल 69 सीटों पर चुनाव लड़ा था उसमें से 50 सीटों पर उसकी जमानत जब्त हुई, इनमें से 43 सीट ऐसी हैं जिन पर सपा को एक हजार से भी कम वोट मिले हैं।
समीकरणों को देख कर साफ़ पता लग रहा है कि अखिलेश खुद तो डूबे, साथ में घमंडिया अपने गठबंधन के सहयोगी कांग्रेस को भी ले डूबे, क्योंकि जहाँ सपा ने चार सीटों पर कांग्रेस का ही खेल बिगाडा है। जतारा, चंदला, जतारा, बहोरीबंद और निवाड़ी सीट पर सपा ने कांग्रेस के वोट काट दिए। इन सीटों पर बीजेपी के उम्मीदवारों की जीत हुई है। चुनाव से पहले कमलनाथ ने सही कहा था, “अरे भाई छोडो अखिलेश वखिलेश” और जनता ने अखिलेश को तो छोड़ा ही, साथ ही कमलनाथ को भी किनारे कर दिया।
मंत्री “नन्दी” ने आगे कहा कि जो जनता के भाग्य को नहीं बदलते, जनता उन्हें भाग्य को बदल देती है और यह बात सपा प्रमुख अखिलेश यादव जी के लिए सच बेहद सार्थक सिद्ध हुई है। दर्द छिपाना तो कोई अखिलेश यादव से सीखे, मध्यप्रदेश में उनकी साइकल में पंक्चर होने के बाद सीने में दर्द तो बहुत हुआ होगा पर मीडिया के सामने बोलना पड़ रहा है की हम निराश नहीं है।