रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण ठुकराना अखिलेश की इच्छा नहीं बल्कि मजबूरी: नंद गोपाल नन्दी
लखनऊ, 10 जनवरी (TNA) अयोध्या में 22 जनवरी को होने जा रहे रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण ठुकराने पर औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल गुप्ता नन्दी ने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को आड़े हाथों लिया है।
नन्दी ने कहा कि 500 वर्षों की कठिन तपस्या एवं कड़े संघर्षों के बाद श्री अयोध्याधाम में बन रहे भव्य मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर जहां करोड़ों सनातनियों में जबर्दस्त उत्साह है वहीं अखिलेश यादव ने निमंत्रण ठुकराकर यह साबित कर दिया सपा न केवल हिन्दू विरोधी है बल्कि तुष्टीकरण की राजनीति भी करती है। उन्होंने कहा कि अखिलेश यादव ने अपनी इच्छा से नहीं बल्कि मजबूरी में निमंत्रण ठुकराया है।
मंत्री नन्दी ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा है कि समाजवादी पार्टी हिन्दू विरोध और तुष्टिकरण की बुनियाद पर खड़ी है। नन्दी ने अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि आपके पुरखों से आपको कुर्सी के साथ सनातन विरोध का डीएनए भी विरासत में मिला है।
वैसे भी जिसका दामन निर्दोष और निरपराध रामभक्तों के खून से सना हुआ है, जिसने सरेआम मजहब के नाम पर दंगाइयों को संरक्षण दिया हो, जिसने जाति और धर्म के आधार पर प्रदेशवासियों में फर्क किया हो, उसके आने से प्राण प्रतिष्ठा का पवित्र समारोह दूषित ही होता। नन्दी ने कहा कि याद रखिये वोट बैंक को खुश करने के चक्कर में प्रभु श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा समारोह के आमंत्रण का अनादर करके आपने स्वयं अपनी राजनैतिक कब्र खोदी है।