इंडिया गठबंधन के छह निर्वाचित सांसदों की सदस्यता पर मंडरा रहा खतरा, सभी गंभीर आपराधिक मुकदमों का कर रहे हैं सामना
लखनऊ, जून 11 (TNA) यूपी से नवनिर्वाचित इंडिया गठबंधन के छह सांसदों तथा आजाद समाज पार्टी के मुखिया और नगीना लोक सभा से जीते चंद्रशेखर आजाद की सदस्यता पर खतरा मंडरा रहा है। ये सभी किसी न किसी गंभीर आपराधिक मुकदमों का सामना कर रहे हैं। उन मामलों में अगर उन्हें दो साल से अधिक की सजा हुई तो उनकी सदस्यता छीन जाएगी।
इन छह सांसदों में गाजीपुर से निर्वाचित अफजाल अंसारी भी शामिल हैं। गैंगेस्टर के एक मामले में एमपी-एमएलए से उन्हें चार साल की सजा मिली हुई है। इस मामले में इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने स्थगन आदेश दे रखा है। अदालत के आदेश के तहत ही उन्हें लोकसभा चुनाव लड़ने की अनुमति भी मिली थी। जुलाई में इस पर सुनवाई होनी है। अगर अदालत में एमपी-एमएलए कोर्ट के आदेश पर मोहर लगा दी तो दो साल से अधिक की सजा के चलते उनकी सदस्यता छीन जाएगी। इसी तरह आजमगढ़ से चुनाव जीते धर्मेंद्र यादव के खिलाफ चार मामले लंबित हैं।
किसी भी मामले दो साल से अधिक की सजा हुई तो उनकी भी सदस्यता चली जाएगी। जौनपुर से चुनाव जीते बाबु सिंह कुशवाहा की सदस्यता को लेकर भी अंदेशा बना हुआ है। एनआरएचएम घोटाले में वह गहरे तक फंसे हुए हैं। उनके खिलाफ 25 मुकदमें दर्ज हैं, जिसमें आठ मामलों में आरोप तय किए जा चुके हैं। सुल्तानपुर से जीते रामभुआल निषाद के खिलाफ भी गैंगेस्टर का मामला लंबित है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री महेंद्र पाण्डेय को हराकर चंदौली लोकसभा से चुनाव जीते वीरेन्द्र सिंह भी आपराधिक मामलों का सामना कर रहे हैं। किसी मामले में अगर दो साल से अधिक की सजा हुई तो उनके लिए बुरी खबर हो सकती है। सहारनपुर लोकसभा से जीते इमरान मसूद के खिलाफ भी आठ मामले दर्ज हैं। उसमें मनी लांड्रिंग के दो मुकदमें में ईडी ने उनके खिलाफ आरोप तय कर दिया है।
नगीना सुरक्षित सीट से जीते आजाद समाज पार्टी के चंद्रशेखर आजाद के खिलाफ 30 आपराधिक मामले दर्ज हैं। किसी भी मामले में दो साल अधिक की सजा उनकी सदस्यता पर बन आएगी. इसके अलावा कई अन्य पर भी आपराधिक मुकदमें चल रहे हैं, उसमें भाजपा के भी सदस्य बताए जा रहे हैं।