छपरौली में 12 फरवरी को होगा भाजपा से गठबंधन का ऐलान, रालोद मुखिया जयंत की पत्नी चारु बागपत सीट से लड़ेंगी चुनाव !
लखनऊ, 10 फरवरी (TNA) बीते एक सप्ताह से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के बीच हो रही मनौवल का नतीजा शुक्रवार को सामने आ गया. पीएम नरेंद्र मोदी ने खुद ही पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को देश के सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न देने का ऐलान कर दिया. इसके साथ ही अब रालोद और भाजपा के बीच चुनावी गठबंधन होने पर मोहर लग गई है.
रालोद नेताओं के अनुसार, चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न दिए जाने का ऐलान होने के बाद पार्टी के मुखिया जयंत चौधरी ने पीएम मोदी का शुक्रिया अदा किया. और यह भी कह दिया है कि अब किस मुंह से गठबंधन से इनकार कर दूं. जयंत के इस कथन के बाद यह कहा जा रहा है कि छपरौली में 12 फरवरी को रालोद के एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) का हिस्सा बनने का ऐलान किया जाएगा.
इसलिए छपरौली से होगा ऐलान
रालोद नेताओं के मुताबिक, 12 फरवरी को स्वर्गीय अजित सिंह का जन्मदिन है. उसी दिन चौधरी चरण के लिए खास रही बागपत जिले के छपरौली विधानसभा क्षेत्र में एक बड़े कार्यक्रम का आयोजन होगा. इस दिन अजित सिंह की आदमकद प्रतिमा का अनावरण भी किया जाएगा और चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न मिलने पर एक धन्यवाद रैली भी होगी. इस रैली में ही जयंत चौधरी की ओर से एनडीए में शामिल होने का औपचारिक ऐलान भी करेंगे.
छपरौली को लेकर पार्टी के नेता कहते हैं कि चौधरी परिवार के लिए छपरौली विधानसभा बेहद खास है.यह विधानसभा सीट ऐसी है, जहां से चौधरी चरण सिंह लगातार 40 साल तक विधायक रहे. इसी सीट से चुनाव जीतने के बाद चरण सिंह यूपी के सीएम बने. फिर बाद में वह बागपत लोकसभा सीट से चुनाव जीतकर प्रधानमंत्री बने थे. इसलिए छपरौली की धरती से भी चौथी पर रालोद और भाजपा के बीच चुनावी गठबंधन करने का ऐलान करने का फैसला लिया गया है. छपरौली के कार्यक्रम में भाजपा के भी शीर्ष नेता मौजूद रहेंगे.
रालोद -भाजपा दोनों का लाभ
रालोद नेताओं का कहना है कि चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न देने के साथ ही भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने रालोद को बागपत और बिजनौर लोकसभा सीट देने पर सहमति जताई है. जबकि जयंत चौधरी के एक और लोकसभा सीट भाजपा से मांग रहे हैं. बागपत से जयंत चौधरी की पत्नी चारू चौधरी मैदान में उतर सकती हैं, जबकि बिजनौर से मलूक नागर की चर्चा है. इसके अलावा भाजपा ने रालोद को एक राज्यसभा की सीट देने पर रजामंदी जताई है. इस सीट से जयंत चौधरी सोमपाल शास्त्री को राज्यसभा भेज सकते हैं. साथ ही यूपी में योगी सरकार में भी रालोद दो विधायक मंत्रिमंडल में शामिल किए जाएंगे. जबकि लोकसभा चुनाओं के बाद जयंत चौधरी को केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल किया जाएगा.
रालोद नेता अनिल दुबे का कहना है कि रालोद के साथ गठबंधन कर भाजपा पश्चिम यूपी में उन उन सीटों पर मजबूत स्थिति में आ गई है, जहां पर उसे 2019 में हार का सामना करना पड़ा था. वर्ष 2019 के लोकसभा चुनावों में भाजपा को सहारनपुर, बिजनौर, नगीना, मुरादाबाद, संभल और अमरोहा सीट पर हार का सामना करना पड़ा था. अब रालोद के एनडीए का हिस्सा बनने पर पश्चिमी यूपी की 27 लोकसभा सीटों पर भाजपा मजबूत स्थिति में आ गई है. चुनाव में इसका रालोद और भाजपा दोनों को लाभ मिलेगा.
— राजेंद्र कुमार