अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव के मतदान की तारीख बढ़ाई जा सकती है आगे !
भारत में बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक सरगर्मियां चरम पर है । दूसरी ओर अमेरिका में भी राष्ट्रपति के चुनाव को लेकर दोनों प्रत्याशियों में कड़ा संघर्ष जारी है । भारत दुनिया का सबसे बड़ा वहीं अमेरिका सबसे पुराना लोकतांत्रिक देश है । कोरोना संकट काल में दुनिया के शक्तिशाली देश अमेरिका में आयोजित किए जा रहे राष्ट्रपति चुनाव पर तमाम देशों की टकटकी लगी हुई है । पिछले दिनों दोबारा राष्ट्रपति का चुनाव लड़ रहे डोनाल्ड ट्रंप और उम्मीदवार जो बिडेन के बीच पहली प्रेसिडेंशियल डिबेट के बाद राष्ट्रपति ट्रंप और उनकी पत्नी मेलानिया कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं ।
इन दिनों ट्रंप अपना इलाज करवा रहे हैं । यहां हम आपको बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के मतदान होने में एक महीने से भी कम समय रह गया है । गौरतलब है कि यूएसए में राष्ट्रपति के चुनाव की तारीख 3 नवंबर निर्धारित है । कयास लगाए जा रहे हैं कि अगर डोनाल्ड ट्रंप लंबे समय तक बीमार रहते हैं तो राष्ट्रपति के चुनाव आगे के लिए टाले भी जा सकते हैं । डोनाल्ड का अमेरिका के सबसे बड़े आर्मी अस्पताल में इलाज चल रहा है । ट्रंप के बीमार होने की वजह से राष्ट्रपति चुनाव के कैंपेन पर भी बड़ा असर पड़ रहा है ।
यूएस उपराष्ट्रपति ने संभाली डोनाल्ड ट्रंप के कैंपेन की कमान
पॉजिटिव गाने के बाद राष्ट्रपति ट्रंप ने अपना पूरा कैंपेन अभी रद कर दिया है । राष्ट्रपति चुनाव की उपराष्ट्रपति माइक पेंस जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। पहली प्रेसिडेंशियल डिबेट हो गई है, इसी हफ्ते वाइस प्रेसिडेंशियल डिबेट होगी। लेकिन दूसरी प्रेसिडेंशियल डिबेट 15 अक्टूबर को होगी, ऐसे में डोनाल्ड ट्रंप अगर स्वस्थ नहीं हुए तो इसमें शामिल नहीं हो सकेंगे । डेढ़ सौ वर्षों से अमेरिकी चुनाव की तारीख नवंबर के पहले हफ्ते में रहती है, जो अब कानून का हिस्सा है ।
ऐसे में वोटिंग को सिर्फ व्हाइट हाउस टाल नहीं सकता है, उसके लिए अमेरिकी संसद की मंजूरी, संविधान में संशोधन जैसी जरूरतें पड़ेंगी । दुनिया के अधिकतर लोकतांत्रिक देशों की तरह ही अमेरिका में भी ‘ट्रांसफर ऑफ पावर’ का विकल्प है. अगर देश का राष्ट्रपति अधिक बीमार हो, शासन करने की स्थिति में न हो या फिर संसद या कैबिनेट का भरोसा खो चुका हो तो उसे पद से हटाकर किसी और को जिम्मेदारी दी जा सकती है। बता दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव का कार्यकाल 4 साल होता है, 3 नवंबर यहां राष्ट्रपति चुनाव कराने की निश्चित तारीख रखी गई है और 20 जनवरी को नवनिर्वाचित राष्ट्रपति शपथ लेते