कोरोना, अब तुम भी जा चुको ना
कोरोना
हो चुका
जो भी कुछ था होना
अब तुम भी जा चुको ना
घर में दुबक के रहना
मरने से पहले मरना
अपनों से कर किनारा
वो दूर दूर रहना
मन ही मन में हंसना
मन ही मन में रोना
कोरोना
हो चुका
जो भी कुछ था होना
अब तुम भी जा चुको ना
हाथों को साफ़ करना
चेहरा छुपा के चलना
क्या होगा सोच कर ये
बस सहमे सहमे रहना
बेज़ार हो चुका है
दिल का हर इक कोना
कोरोना
हो चुका
जो भी कुछ था होना
अब तुम भी जा चुको ना
हरकत की है कमीनी
मेरी नौकरी भी छीनी
मुश्किल हुई पड़ी है
अब जिंन्दगी भी जीनी
क्या बीतती है दिल पे
सब पा के सब कुछ खोना
कोरोना
हो चुका
जो भी कुछ था होना
अब तुम भी जा चुको ना
बिछड़े यार मिलाए
बच्चों को मां बाप लौटाए
जो भी है, बहुत है
सब को दिया समझाए
तुम भी थोड़ा समझो
बस पीछा छोड़ दो ना
कोरोना
हो चुका
जो भी कुछ था होना
अब तुम भी जा चुको ना
कब तक सताओगे तुम
अब बस करो रुको ना
हम सब भी थक गए है
अब तुम भी तो थको ना
सो जाओ लंबी निद्रा
कंही तान कर बिछोना
कोरोना
हो चुका
जो भी कुछ था होना
अब तुम भी जा चुको ना
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