बेसहारे का सहारा एक बार फिर बना 'उम्मीद'...
कुछ दिन पहले गोमती नगर के रहने वाले सचिन कपूर का कॉल आया और उन्होंने बताया कि एक व्यक्ति चिनहट लखनऊ में सड़क के पास पड़ा हुआ है। उसका एक हाथ नही और कई दिनों से सड़क पर पड़ा हुआ है। रोज इतनी भीषण गर्मी पढ़ रही है और कोरोना के इस खतरे में एक लावारिस व्यक्ति को मदद की ज़रूरत है।
उम्मीद संस्था के साथ उस इस्थान पर पहुँचे एवं उस व्यक्ति को नगर निगम के जियामऊ रैन बसेरे जो कि संस्था द्वारा संचालित किया जा रहा है उस व्यक्ति को लेकर वहाँ पहुचे और उसको नहला धुला कर अच्छे कपड़े दिए गए। कहते है न कि अगर आप तकलीफ में कोई व्यक्ति हो तो उसकी मद्दत करे तो आप ईश्वर की सेवा कर रहे है।
यकीन मानिए वह लावारिस व्यक्ति अच्छे और साफ सुथरे हालात में ईश्वर का रूप लग रहा था। ईश्वर का धन्यवाद की वह ऐसी सेवा करने का अवसर देता है और जब ऐसे लोगो के चेहरे पर आराम देखते है तो दुनिया का वो सुकून मिलता है जो सारे तीर्थ करने के बाद भी नही मिलता। आप सभी से निवेदन है कि संस्था का सहयोग करे जिससे हम ऐसे कार्यो को निरंतर करते रहे।
जय हिंद: उम्मीद संस्था